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विकासखंड देवमई क्षेत्र में बने एएनएम सेंटर का कोई पुरुसाहाल  नहीं

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सेंटरों में पानी बिजली जैसी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध नहीं

फतेहपुर : विकासखंड देवमई में स्वास्थ्य सेवाओं का कोई पुरुसाहाल नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीनस्थ बनाए गए उप स्वास्थ्य केंद्र एन एम सेंटर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं ।आम लोगों को स्वस्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कराए गए भवनों में नियुक्त कर्मियो का स्वास्थ्य ही ठीक नहीं रहेगा उन्हें वांछित सुविधाएं मुहैय्या नहीं हो पाएगी तो आम लोगों को इनके द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को कैसे उपलब्ध कराया जा सकेगा। बनाए गए सभी एएनएम सेंटरों में ना तो पानी की सुविधा है नाही बिजली की नाही बाथरूम जैसी जरूरी सुविधाएं हैं। जिससे सेंटरों में सेवाएं देने के लिए नियुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और वह सेंटरों में बैठने से कतराती हैं ।जैसा कि आधा दर्जन से अधिक एएनएम सेंटरों में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने इन भवनों के निर्माण में की गई अनियमितताओं व भ्रष्टाचार को उजागर किया है ।कई ऐसे सेंटर हैं जिनके सामने कूडे व गोबरों के  ढेर लगे हुए हैं किंतु उनकी सफाई कराने वाला कोई नहीं है। मालूम हो कि इन सभी सेंटरों में महिला सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती है।

कस्बा बकेवर के एएनएम सेंटर में तैनात हो सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अंजलि साहू ने बताया कि उनके सेंटर में बिजली की वायरिंग नहीं की गई है ना ही पानी की सुविधा है जिससे बाथरूम जैसी आवश्यक सुविधाओं का भी अभाव है। यहां लगे हैंडपंप में पड़ोसियों ने सबमर्सिबल कनेक्शन अपने घरों के लिए करा रखा है जब कि यह सेंटर को पानी उपलब्ध कराने के लिए लगाया गया था।ऐसी विषम परिस्थितियों में गर्मी के इस मौसम पर सेंटर में बैठना खुद बीमार होने का न्योता देना है। इस एनम सेंटर का निर्माण कराने वाली एजेंसी ने शर्तो के अनुसार बिना कार्य पूर्ति कराएं केंद्रो को देवमई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को हैंडोअर कर दिया। जिससे साफ स्पष्ट होता है कि निर्माण की शर्तों को पूरा न करने के बाद इनको कैसे हैंडोअर कर लिया गया। इस प्रक्रिया से भ्रष्टाचार की बू आना स्वाभाविक है। कस्बा बकेवर के एनम सेंटर की बदहाली को लेकर ग्राम प्रधान जयराम पासवान ने भी पिछले दिनों ब्लॉक मुख्यालय में हुई एक बैठक के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवमई के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ रघुराज से यह मामला उठाया था जिसका वह सही ढंग से जवाब नहीं दे पाए और प्रधान को अकेले में मिलने को कहा। आखिर सवाल यह उठता है कि बिजली की वायरिंग कनेक्शन पानी की व्यवस्था न होने के बाद विभाग ने भवन को कैसे हस्तांतरित कर लिया ऐसी कौन सी मजबूरी थी।

एएनएम सेंटर हरदासपुर में तैनात हिमांशी ने बताया कि उनके सेंटर में वायरिंग तो है लेकिन विद्युत कनेक्शन नहीं है हैंडपंप भी खराब पड़ा है। भवन में पंखे भी नहीं लगाए गए हैं। जिससे इस उमस भरी गर्मी में बैठना बहुत मुश्किल हो रहा है।सेंटर में आने जाने के लिए मेन रास्ता भी ठीक नहीं है। एएनएम सेंटर चिल्ली में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी पारुल देवी ने बताया कि उनके सेंटर में पानी और लाइट जैसी सुविधाओं का अभाव है। कई बार संबंधित  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को भी समस्याओं को बताया गया है किंतु अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ। एएनएम सेंटर टिकरा की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी माधुरी पाल ने बताया कि उनके सेंटर में हैंडपंप खराब पड़ा है। जिससे पानी की बहुत बड़ी असुविधा है ।वही बिजली का कनेक्शन ना होने से भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

एएनएम सेंटर माधवपुर में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी सीमा ने बताया कि उनके सेंटर में हैंडपंप नहीं है। बिजली का कनेक्शन ना होने से लाइट व फैन की सुविधाएं भी नहीं प्राप्त हो रही हैं। उनके सेंटर का मेन गेट खराब है सेंटर की विंडो में जाली नहीं है। बाउंड्री इतनी नीची है की उससे कोई भी फांद कर के आ जाता है और गंदगी फैलाता है ।सेंटर के सामने गोबरों के ढेर लगे हुए हैं। इस संबंध में कई बार ग्राम प्रधान को भी अवगत कराया गया किंतु समस्या का निराकरण नहीं हुआ। एएनएम सेंटर घोरहा  की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी प्रमिला ने बताया कि उनके सेंटर में ना तो हैंड पाइप है और ना ही लाइट की व्यवस्था है ।जिसकी वजह से बाथरूम जैसी सुविधाओं का अभाव है।एएनएम सेंटर रासूपुर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी ममता देवी

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