बहराइच: सोनी और बैजू तो सिर्फ उदाहरण हैं। ऐसे अनगिनत जनपदवासी हैं जो आजकल ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन पोर्टल सेवा का लाभ ले रहे हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सतीश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना काल में शुरू हुई यह सेवा दूर दराज के मरीजों, खास कर बुजुर्ग , महिलाएं व बच्चों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। यही कारण है कि ई- संजीवनी ओपीडी के माध्यम से बीते चार माह में 39501 लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सकों से सलाह मिल चुकी है। वहीं इस सेवा से सीएचसी , पीएचसी व जनपद स्तरीय अस्पतालों में काम का बोझ थोड़ा कम हुआ है, इससे उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और बेहतर होगी। उन्होंने बताया कि जनपद में 312 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना हुई है। इनमें 51 पीएचसी व 261 उपकेन्द्रों पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू किए गए हैं। सभी सेंटर पर ई संजीवनी ओपीडी की सुविधा, टीबी एवं अन्य संक्रामक रोग , बीपी, शुगर, हृदय रोग व कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज व जांच की व्यवस्था की गयी है।