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किसी भी हाल में देश के राष्ट्रीय स्वाभिमान से नहीं होगा समझौता राजनाथ सिंह

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रक्षा मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर ‘जम्मू-कश्मीर जनसंवाद रैली’ को किया संबोधित

लखनऊ : सीमा पर चीन और नेपाल के साथ बढ़े तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि किसी भी सूरत में भारत के राष्ट्रीय स्वाभिमान से समझौता नहीं होगा। विपक्ष को नजरअंदाज करने के आरोपों का जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, लोकतांत्रिक व्यवस्था में हम विपक्ष की अहमियत समझते हैं। हम उनका सम्मान करते हैं। मैं आज कहता हूं कि हमारी सरकार किसी को अंधेरे में नहीं रखेगी। उचित समय आने पर पूरे देश को जानकारी दी जाएगी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ’जम्मू-कश्मीर जनसंवाद रैली’ को संबोधित किया।

वर्चुअल रैली में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, कश्मीर घाटी में पहली बार तिरंगा फहराने वाले मकबूल शेरवानी से लेकर हाल में अजय पंडिता तक बहुत सारे लोगों ने यहां अपनी जान गंवाई है। उन सभी शहीदों को याद करते हुए मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। कहा कि पहले यहां कश्मीर की आजादी के लिए होने वाले आन्दोलनों में कश्मीर का कोई झण्डा नहीं दिखता था। बल्कि पाकिस्तान और आईएसआई के ही झण्डे लहराते थे। लेकिन धारा 370 खत्म होने के बाद अब केवल ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा’ दिखता है।

रक्षा मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता की इच्छा और जनमत का सम्मान करते हुए 100 दिनों के अंदर धारा 370 और 35ए को समाप्त कर दिया। इतना ही नहीं पुराने जम्मू और कश्मीर राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांट कर वर्षों से अधूरी जनआकांक्षाओं की भी पूर्ति की।

जम्मू कश्मीर अब सही मायने में बना सेक्युलर

श्री सिंह ने कहा, 1976 में आपातकाल के समय संविधान में 42वां संशोधन करते हुए सेक्युलर शब्द जोड़ा गया। लेकिन जम्मू कश्मीर की विधानसभा ने राज्य के संविधान में यह शब्द नहीं जोड़ने दिया। अब मोदी सरकार में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद जम्मू कश्मीर सही मायने में सेक्युलर हो गया है।

आयातक नहीं निर्यातक देश बनेगा भारत

रक्षा मंत्री ने कहा, हमने संकल्प लिया है कि भारत एक आयातक देश के रूप में नहीं बल्कि निर्यातक देश के रूप में पहचान बनाएगा। इसीलिए हमारी सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को पुनः परिभाषित किया है। साथ कई ऐसे निर्णय लिए गए हैं, जिनसें भारत को आत्मनिर्भर होने से कोई रोक नहीं सकता।

रक्षा क्षेत्र में भी तेजी से बढ़ रहा भारत

रक्षा मंत्री ने कहा, भारत रक्षा की दृष्टि से भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। राफेल लड़ाकू विमान सेना में शामिल होने के बाद हमारी वायु सेना की ताकत बढ़ जाएगी। जुलाई में राफेल के भारत आने की सम्भावना है। कहा कि हम किसी को डराने के लिए अपनी ताकत नहीं बढ़ाना चाहते, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए ताकत बढ़ाना चाहते हैं।

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