हर महीने बच्चों को पोषाहार न मिलने से भड़के ग्रामीण : स्वयं सहायता समूह की शिकायत पर जांच करने पहुंची सीडीपीओ
संतकबीरनगर : गांवों में कुपोषण को दूर करने के लिए सरकार हर पहलुओं पर काम करते हुए व्यवस्था मुहैया करा रही है। लेकिन कई जगहों पर संचालित आंगनबाड़ी केंद्र महज एक मजाक बन कर रह गया हैं। जिसका खामियाजा बच्चों पर पड़ने का आसार है। इन केंद्रों का उद्देश्य बच्चों को कुपोषण से बचाना है, लेकिन यहां बच्चों को हर महीने मिलने वाला पोषाहार ही नहीं पहुंच रहा है। जिससे भड़के ग्रामीणों ने मनमानी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया है। आपको बता दें कि सांथा विकास खंड के मोतीपुर बनखोरिया गांव में पोषाहार वितरण में अनियमितता व मनमानी की शिकायत धनलक्ष्मी स्वयं सहायता समूह व ग्रामीणों के द्वारा संयुक्त रुप से किया गया था, जिसकी जांच प्रभारी सीडीपीओ मधु चतुर्वेदी ने किया है। उन्होंने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से पूछताछ कर सभी का बयान रजिस्टर पर अंकित किया है। शिकायतकर्ताओं ने नाराजगी जताते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। उनका आरोप है कि पोषाहार छः छः महीने में वितरण किया जाता है।
सिर्फ गांव में कुछ लोगों को दिया जाता है, जब इसकी शिकायत किया जाता है तो न देने की धमकी देते हुए कहा जाता है, जाओ जहां भी शिकायत करना है कर दो, मेरा कुछ होने वाला नही है। ग्रामीणों ने जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। सीडीपीओ मधू चतुर्वेदी ने बताया कि पोषाहार न वितरण करने की शिकायत की गई थी, जिसकी जांच गांव में पहुंचकर की गई थी, उन्होंने कहा कि समूह को मई महीने का राशन दिया गया है जिसका वितरण नहीं किया गया है, पत्र के माध्यम से सूचना दिया जा रहा है लेकिन अभी तक वितरण नहीं हुआ जांच रिपोर्ट जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिया जायेगा वहां से जो निर्देश मिलेगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कांति देवी, कैलाशी देवी, रीमा देवी, पुष्पा, सुशीला, मालती, अर्चना, राजमती, उषा,सीमा, सरोजा, सोनी समेत एक दर्जन से अधिक समूह की महिलाएं मौजूद रहीं।