महिला की मौत पर गुस्साई भीड़ ने फूंकी थी पुलिस चौकी
कानपुर : मिट्टी खनन में लगे डंपर से महिला की मौत के बाद बिधनू के कोरिया गांव में हुए बवाल से ग्रामीण बेहद आहत हैं। मंगलवार को महिलाओं के साथ पुलिस कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने कहा है कि कुछ अराजक तत्वों की सजा पूरे गांव को दी जा रही है,यह ठीक नहीं है। उन्होंने कोरिया गांव की चौकी को बहाल करने की मांग करते हुए आवाज बुलंद की।
करीब एक सप्ताह पूर्व मिट्टी खनन में लगे डंपर की चपेट में आकर महिला की मौत हो गई थी। इसपर गुस्साई भीड़ ने पथराव व तोड़ फोड़ करते हुए डंपर में आग लगा दी थी और चौकी फूंक दी थी। इसके बाद पुलिस अफसरों ने कार्रवाई करते हुए चौकी खत्म कर दी थी। इससे ग्रामीणों में बेहद रोष और घटना के बाद से आहत भी हैं। इसी क्रम में मंगलवार को डीआईजी कार्यालय पहुंचे कोरिया के ग्रामीणों ने कहा कि 1982 में भी गांव करौली के लोगों ने चौकी पर पथराव किया था। उस समय गांव के लोगों ने पुलिस कर्मियों व चौकी की रक्षा की थी। इस बार यह सब इतनी जल्दी हुआ कि किसी को कुछ समझ में ही नहीं आया। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद हिंसक प्रदर्शन करते हुए चौकी और डंपर फूंकने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
चौकी बंद करने से कानून व्यवस्था पर खड़ा होगा संकट
उन्होंने कहा कि चौकी बंद करने से स्थानीय स्तर पर कानून व्यवस्था को लेकर संकट खड़ा हो जाएगा। चोरी और लूट की घटनाओं को देखते हुए कोरिया में चौकी की स्थापना की गई थी। आसपास के गांवों से युवा कानपुर पढ़ाई के लिए रोजाना आते जाते हैं। पुलिस चौकी न रहने से रास्ते में उनके साथ अनहोनी की आशंका बनी रहेगी। ग्रामीणों ने एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मिलकर चौकी को दोबारा बहाल करने की मांग की है। पीपी सिंहए चमन बाबूए राम शंकरए बाबू रामए राम रतीए नूरन आदि ग्रामीण मौजूद थे।