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कोटा में जब बच्चे परेशान थे तो उनकी याद क्यों नहीं आई- डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को बस मुहैया कराने को लेकर यूपी सरकार और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर बुधवार को भी जारी है। उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि पंजाब और राजस्थान में प्रवासियों को बसें क्यों नहीं उपलब्ध कराई जा रही हैं। शर्मा ने कांग्रेस पर मजदूरों की वापसी को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके अतिरिक्त कोटा में जब बच्चे परेशान हो रहे थे तब राजस्थान सरकार को उनकी याद क्यों नहीं आयी। उस समय 630 बसें योगी सरकार ने राजस्थान भेजकर बच्चों को मंगवाने का काम किया था।

डॉ दिनेश शर्मा ने लोकभवन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बातें कही। डिप्टी सीएम ने कहा- कांग्रेस की महासचिव ने एक बसों की सूची प्रस्तुत की थी। कांग्रेस की सूची में 460 बसें फर्जी निकली जिनका फ़िटनेस भी नहीं था। इसके अलावा 98 एम्बुलेंस, ऑटो, बाइक 68 वाहनों के कागज ही नहीं था। कांग्रेस ने जो सूची दी थी उसमें 460 बसे फर्जी हैं और उसमें भी 297 कबाड़ की हालत में हैं। 297 बसों की कोई फिटनेस नहीं है। इनमें 98 थ्री व्हीलर कार और एंबुलेंस हैं जिनके डिटेल दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश में श्रमिक ट्रेनों के पहुंचने का आंकड़ा 1000 पार कर गया है। देश में सबसे ज़्यादा ट्रेनें मंगाने वाला राज्य यूपी बन गया है। अब तक इन एक हज़ार ट्रेनों से 16 लाख प्रवासी कामगार श्रमिक पहुंचे उत्तर प्रदेश 27 हज़ार बसों के साथ यूपी सरकार पहले ही दिन से जुटी है। लोगों की सेवा में प्रवासी कामगारों व श्रमिक भाइयों की सकुशल वापसी के लिए यूपी सरकार अब तक 1000 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लगभग 16 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित तरीके से वापस ला चुकी है।

राज्य परिवहन की 12 बसों से भी छह लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिक व कामगार घरों तक सुरक्षित व सम्मानजनक तरीके से पहुंचाए जा चुके हैं। प्रदेश में हर जिलाधिकारी को भी अलग से दो दो सौ बसें यानी कुल 15,000 बसें दी गई हैं।

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