मोतीगंज प्रभारी निरीक्षक कनहई प्रसाद मानवता की मिसाल पेश करते हुए 11 सौ रुपए नगद देकर किया आर्थिक मदद।
ब्यूरोचीफ:- प्रमोद पाण्डेय
मोतीगंज।। गोण्डा।। दरवाजे पर बच्चों के साथ खड़ी रोती महिला को देख रुकी खाकी उसकी हाल सुनकर खाकी में धड़क उठा मानवता का दिल। मौके पर ही उक्त पीड़ित निराश्रित महिला को 11 सौ रुपए नगद आर्थिक मदद के रूप में दिया कोतवाल ने।
विदित हो कि मोतीगंज थाना प्रभारी निरीक्षक क्षेत्र की कुशलता एवं लाक डाउन की सफलता के लिए निकले थे। कि पुलिस वाहन से बनकसिया गांव से होकर राजगढ़ जा रहे थे कि रास्ते में बनकसिया गांव में पुलिस गाड़ी पहुंची प्रभारी निरीक्षक
ने देखा कि एक महिला दरवाजे पर बच्चों के साथ खड़ी रो रही है। उस महिला को रोती देख प्रभारी निरीक्षक कन्हई प्रसाद ने गाड़ी से उतरकर उस महिला से रोने का कारण पूछा । पुलिस के पूछते ही उसके बच्चे भी साथ में तेज आवाज में रोने लगे।किसी तरह जब वह महिला रोना बंद की तो उसने अपना नाम मीना बरवार बताया।और आपबीती बताना शुरू की तो उसकी हालत सुन कोतवाल भाऊक हो गए। उस महिला ने बताया कि मेरे पति की कई वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। किसी तरह से मेरे बच्चों की परवरिश मेरे ससुर कर रहे थे कि सप्ताह भर पूर्व मेरे ससुर की मृत्यु हो गई है। साहब मैं गरीब महिला हूं मेरे पास खेती-बारी नहीं है।पति की पहले ही बर्षो पूर्व मृत्यु हो चुकी है किसी तरह मेरे ससुर बच्चों की देखरेख करते थे उनके ना रहने से मेरे पास ना तो खाने का कुछ है और ना कोई सहारा है बच्चे बहुत छोटे हैं। मेरा कोई मदद करने वाला भी नहीं है।
मोतीगंज थाना प्रभारी निरीक्षक कन्हई प्रसाद उस निराश्रित गरीब विधवा महिला की बात सुन कर बच्चों को देखा और रोते बच्चों को देखकर भावुक हो गए और उन्होंने तुरंत 11 सौ रुपए नगद आर्थिक मदद देकर उससे कहा आप थाने आइए आपकी और मदद की जाएगी।
प्रभारी निरीक्षक की इस सराहनीय कार्य को देख मौजूद ग्राम वासी भूरि भूरि प्रशंसा करने लगे। दूसरे दिन उक्त गरीब महिला थाने आई। और उसे 25 किलो चावल 25 किलो आटा 15 किलो आलू 5 लीटर रिफाइंड तेल 3 लीटर सरसों का तेल 5 किलो चीनी 2 किलो नमक तथा सब्जी मसाले व बच्चों के लिए बिस्कुट दिया।
प्रभारी निरीक्षक ने उक्त दलित विधवा महिला को आश्वासन दिया कि जब भी भविष्य में परेशानी होगी या बच्चों के खाने पीने की समस्या होगी तो थाने पर आ जाना हर संभव मदद की जाएगी।
पुलिस द्वारा दलित महिला को आर्थिक मदद व राशन देकर जहां सराहनीय कार्य किया। वही उस पीड़ित विधवा महिला ने कहा कि साहब आप मेरे लिए भगवान हैं। मैं यह नहीं जानती थी कि पुलिसवाले भी इतनी दयावान होते हैं और अच्छा काम करेंगे।
रिपोर्ट राम कुमार मिश्रा मोतीगंज गोण्डा