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कानपुर बदमाशों के हमले में सीओ, एसओ सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद

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दबिश देने गई पुलिस टीम पर घात लगाकर किया हमला

लखनऊ : यूपी के कानपुर से बहुत बड़ी खबर सामने आई है। यहां बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में सीओ, एसओ सहित 8 पुलिस अफसर शहीद हो गए हैं। जबकि एसओ सहित करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी बदमाशों की गोली से घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद यूपी पुलिस में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलते ही एडीजी एलओ प्रशांत कुमार घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे। एडीजी कानपुर जोन, आईजी रेंज और एसएसपी कानपुर समेत कई जनपदों का पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है। फिलहाल बदमाश मौके से फरार हो चुके हैं। उनकी गिरफतारी के लिए पुलिस और एसटीएफ की टीमें पूरे इलाके में सर्च अभियान चला रही हैं।

जानकारी गुरुवार रात करीब 12 बजे कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र के विकरू गांव में पुलिस की टीम दबिश देने गयी थी। पुलिस के आने के भनक लगते ही बदमाशों ने छतों पर चढ़कर पुलिस टीम पर अंधाधुंध फाॅयरिंग शुरू कर दी। अचानक हुए इस हमले में पुलिस अफसरों को संभलने का भी मौका नहीं मिला। बदमाशों की गोलियां लगने से एक सीओ, एक एसओ, एक चैकी इंचार्ज, एक सब-इंस्पेक्टर और चार सिपाही मौके पर ही शहीद हो गए।

शहीद होने वाले पुलिस जवानों के नाम&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8211;

एडीजी जय नारायण ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं जबकि चार अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं। दो सिपाहियों के पेट में गोलियां लगी हैं। घायलों में एसओ बिठूर कौशलेंद्र प्रताप सिंह भी शामिल हैं। सभी घायलों को रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहीद होने वालों में सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र), थाना प्रभारी शिवराजपुर महेश चंद्र यादव, चौकी इंचार्ज मंधना अनूप कुमार सिंह, सब-इंस्पेक्टर नेबू लाल, सिपाही सुल्तान सिंह, सिपाही राहुल, सिपाही बबलू और सिपाही जितेंद्र शामिल हैं। एडीजी ने बताया कि हमले के बाद बदमाश पुलिस जवानों के असलहे और हथियार भी लूट ले गए हैं।

खूंखार अपराधी है है विकास दुबे

पुलिस सूत्रों के मुताबिक गुरुवार रात करीब 12ः30 बजे बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने मिलकर चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में खूंखार अपराधी विकास दुबे की तलाश में दबिश दी। पुलिस की आने की सूचना सूचना मिलते ही बदमाश सतर्क हो गए। पुलिस टीम के मौके पर पहुंचते ही 8 से 10 बदमाशों ने फाॅयरिंग शुरू कर दी।

विकास दुबे पर वर्ष 2003 में कानपुर के शिवली थाने में घुसकर तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन और राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप लगा था। हालांकि बाद में वह इस केस से बरी हो गया था। इसके अलावा विकास दुबे पर प्रदेश भर में दो दर्जन से ज्यादा गंभीर केस दर्ज हैं।

घटना पर मुख्यमंत्री ने जताया शोक

कानपुर में पुलिस टीम पर बदमाशों की हमले की सूचना मिलते ही लखनऊ में हड़कंप मच गया। एडीजी प्रशांत कुमार तत्काल घटनास्थल के लिए रात में रवाना हो गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी डीजीपी सहित अन्य अफसरों से पल-पल की खबर ले रहे हैं। घटना पर शोक जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है।http

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