नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर गुलाम नबी आजाद नेअपनी चुप्पी तोड़ी है। आजाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है। आजाद ने कहा कि पार्टी छोड़ने पर मुझे घरवालों ने मजबूर किया। उन्होंने कहा कि जहां घरवालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है।
आजाद ने पूछा कि जो शख्स अपनी स्पीच खत्म करने के बाद भरी सदन में पीएम मोदी से गले मिले, तो वे मिले हैं या मैं मिला हूं? आजाद ने कहा, मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं, लेकिन कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए। अभी उसका डॉक्टर कंपाउंडर है। अभी कांग्रेस को स्पेशलिस्ट की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का आधार काफी कमजोर हो गया है। संगठन अब कभी भी गिर सकता है। यही वजह है कि मैंने अन्य नेताओं के साथ पार्टी छोड़ने का फैसला लिया।
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस को लेकर कहा कि घर गिर रहा है और अब खंभे भी गिर रहे हैं। उसमें दबकर मरने से अच्छा है कि बाहर निकल जाएं। जिन लोगों को सती होना है, वे वहां रहें। राज्यसभा सीटों को लेकर भी गुलाम नबी आजाद ने हमला बोला और कहा कि कुछ लोग अजेंडा सेट करने के लिए उच्च सदन गए हैं। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैंने जब सोनिया गांधी को पार्टी में सुधार के लिए चिट्ठी लिखी थी तो मैं 6 दिनों तक सो नहीं पाया था। मैंने जिस पार्टी को खून देकर खड़ा किया था, उसके लिए ऐसा करना चिंता की बात थी। कांग्रेस के नए नेताओं को लेकर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आज जो हैं वो तो कहीं की ईंट और कहीं का रोड़ा हैं। वे आज लोग हम जैसे कांग्रेसियों को पर सवाल उठा रहे हैं। इन प्रवक्ताओं को हमारे बारे में भी कुछ मालूम नहीं है। गांधी और नेहरू के इतिहास के बारे में क्या जानेंगे।
आजाद ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश पर भी जोरदार हमला बोला। आजाद ने कहा, पहले जयराम रमेश अपना DNA चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं, वह देखें कि उनका DNA किस-किस पार्टी में रहा है। बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है। चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है।