गोरखपुर। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय गोरखनाथ गोरखपुर में गणतन्त्र दिवस कार्यक्रम बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया। चिकित्सालय के निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ दीपचन्द ठाकुर जी ने झण्डा रोहण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। चिकित्सालय के कमचारियों द्वारा राष्ट्रगान एवं राष्ट्रगीत गाकर राष्ट्रीय तिरंगे को सलामी दी गयी ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए चिकित्सालय के निदेशक निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ दीपचन्द ठाकुर जी ने कहा कि गणतन्त्र दिवस की नींव सन् 1930 में ही रख दी गयी लेकिन साल 1947 में देश को ब्रिटिश राज से आजादी मिली लेकिन उसका अपना संविधान नहीं था् 26 जनवरी 1950 को भारत को अपना संविधान मिला इस दिन भारतीय संविधान लागू हुआ और इसके साथ ही भारत एक संप्रभु राज्य बन गया जिसे गणतंत्र घोषित किया गया इसलिए इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
चिकित्सालय के अपर निदेशक डाॅ0 कामेश्वर सिंह जी ने कहा कि आजादी के साथ ही देश के लिए एक संविधान की जरूरत भी महसूस हुई। ऐसे में इसे बनाने के लिए एक संविधान सभा का गठन हुआ था। इस सभा ने 9 दिसंबर, 1946 से संविधान बनाने का काम शुरू किया। भारत की इस संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे। जबकि संविधान की ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे। 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा ने अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को देश का संविधान सौंपा था। यही वजह है कि हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 को संविधान पूर्ण रूप से प्रभावी हो गया था इसलिए इसे गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाते हैं।
ब्लड बैंक प्रभारी एवं उपमुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. अवधेश अग्रवाल जी ने कहा कि आज हम 74वां गणतन्त्र दिवस महोत्सव मना रहे हैं यह बेहद खुशी का पल है जिसे हर भारतीय पूरे जोश के साथ तिरंगे को सलामी देते हुए अमर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर रहा है। देश आज नित नई उचांईयों को स्पर्श कर भारत विश्व का मार्गदर्शन भी कर रहा है।
इस अवसर पर चिकित्सालय के डाॅ. संजीव गुप्ता, डाॅ. संजीव शर्मा, डाॅ अनीता सिंह, डाॅ. आत्माराम गुप्ता, डाॅ0 राजीव रंजन श्रीवास्तव, डाॅ देवी प्रसाद, डाॅ0 राकेश तिवारी, डाॅ0 आर0पी0 पाण्डेय, डाॅ0 दिवाकर मिश्रा, डाॅ. डी.पी. सिंह, डाॅ. अनिल श्रीवास्तव, डाॅ. कुलदीप सिंह, पी.आर.ओ. अनूप पाठक, अशोक सिंह, मो. सलीम, पूरन साहू, विनोद सिंह नेगी, तलवार सिंह, सुनील चैधरी, सचिन विश्वकर्मा, सतीश कन्नौजिया, रितेश चैरसिया, विनोद प्रजापति सहित चिकित्सालय के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।