सीतापुर : रूसूफी संतों की शिक्षा केवल मुसलमानों के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी धर्मों के लिए हैं। ये वे लोग हैं जो किसी से भी कोई भेद नहीं करते हैं और मानवता को प्रेम की डोरी में बांधते हैं । इसी तरह शेखुल-औलिया हजरत गुलजार शाह हैं जिनकी की कृपा आज भी बिना किसी भेद भाव के सभी पर आम है। ये विचार हज़रत गुलज़ार शाह दरगाह कमेटी के महासचिव मौलाना अनवार हुसैन कादरी ने दरगाह पर हो रहे सूफी कार्यक्रम के मौके पर व्यक्त किए !
मौलाना अनवार हुसैन कादरी ने कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए आयोजित राष्ट्रीय एकता कव्वाली कार्यक्रम से अवलिया अल्लाह के संदेश का जिक्र करते हुए कहा कि धर्मगुरुओं ने इस्लाम की सच्ची शिक्षाओं का पालन करते हुए शांति और प्रेम का संदेश दिया। दरगाह के उप सचिव डॉ. अहमद अली ने अपने संबोधन में कहा कि देश में शांति के माहौल को सुखद बनाए रखते हुए आज अवलिया अल्लाह की दरगाह राष्ट्रीय एकता का संदेश देते हैं,
और यहां सभी धर्मों के लोग बिना किसी भेदभाव के भाग लेते हैं ! इसलिए मुसलमानो का कर्तव्य है कि वे बुज़र्ग़ाे की तालीम को कायम रखें ताकि इस्लाम के इन प्रतिनिधियों का संदेश मानवता तक पहुंचे। उपाध्यक्ष अब्दुल जावेद उर्फ सोनू ने कहा कि शेख आलिया हजरत गुलजार शाह ने बिसवां की धरती से पूरी दुनिया को भाईचारे का संदेश दिया ! हम अपने देश के युवाओं से प्यार और भाईचारा फैलाने और उनके सामने आने वाली कठिनाइयों को सहन करने की अपील करते हैं। इस अवसर पर कव्वालों ने राष्ट्रीय एकता से भरे कलाम पेश किये !