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सीएम योगी ने कहा इलाज में नहीं आने देंगे रुकावट, जिलों को मिलेगा अतिरिक्त कोविड-19 फण्ड

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मुख्यमंत्री ने टीम-11 के साथ कोविड-19 की चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

लखनऊ : कोविड-19 के इलाज धन की कमी आड़े नहीं आएगी। योगी सरकार प्रदेश के हर जनपद को धनराशि उपलब्ध कराएगी। 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जनपदों को 3 करोड़ और 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों को 5 करोड़ रुपए जारी किए जाएंगे। इस धनराशि का व्यय जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कमेटी की निगरानी में होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के साथ बैठक में यह निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमित सभी लोगों को इलाज व जरूरी सुविधाएं पहुंचाई जाएं। इसके लिए धन की कमी नहीं होनी चाहिए

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में अतिरिक्त कोविड-19 फण्ड उपलब्घ कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कोविड अस्पतालों में बेड की कमी नहीं होनी चाहिए। एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सीनियर डाॅक्टर समय-समय पर कोविड वार्डों में राउंड लें। कोविड चिकित्सालयों में ऑक्सीजन सहित सभी बुनियादी सुविधाओं पर्याप्त मात्रा में हर समय उपलब्ध रहें। अस्पताल की श्रेणी के आधार पर वेंटीलेटर की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली, झांसी व गोरखपुर पर दें ध्यान

बैठक में मौजूद पीजीआई निदेशक से मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली, झांसी तथा गोरखपुर के मेडिकल काॅलेजों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजें। ताकि इन जनपदों में कोविड की उपचार व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों की टीम के भ्रमण के दौरान संबंधित जनपद के जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल, सीनियर फैकल्टी, कोविड अस्पतालों के प्रभारी डिप्टी सी.एम.ओ. तथा वेंटीलेटर संचालक उपस्थित रहेंगे।

हर दिन एक लाख से अधिक करें टेस्ट

होम आइसोलेशन वाले मरीजों की माॅनीटरिंग के लिए तकनीक का उपयोग किया जाए। RT-PCR व रैपिड एंटीजन टेस्ट विधि से हर दिन एक लाख से अधिक लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाए।

कोरोना को हराने के लिए बेहतर समन्वय व संवाद जरूरी

मुख्यमंत्री ने लखनऊ में विभिन्न कोविड अस्पतालों के बीच ताल-मेल स्थापित करने के लिए एक टीम गठित करने को कहा है। यह टीम राजधानी के अस्पतालों का दौरा कर वहां की चिकित्सा व्यवस्थाओं की जानकारी लेगी और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाएगी। मुख्यमंत्री ने महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिया है कि वह खुद प्रत्येक कोविड अस्पताल के प्रभारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से नियमित संवाद करें। इसी तरह महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा प्रदेश के सभी मेडिकल काॅलेजों के प्रिंसिपल से निरंतर संवाद बनाए रखें।

मुख्यमंत्री ने काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग, डोर टू डोर सर्वे तथा संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्तियों के एंटीजन टेस्ट का प्रभावी ढंग से संचालन करने को कहा है। कहा कि प्रत्येक जनपद में एल-2 कोविड अस्पताल स्थापित किया जाए। इसके लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए।

एम्बुलेंस कर्मियों को वेतन व जरूरी सुविधाएं समय से दें
अधिकारियों को निर्देश देते हुए सीएम योगी ने जोर देकर कहा, कोविड कार्य में लगी एम्बुलेंस को कोविड मरीजों के लिए ही इस्तेमाल किया जाए। 108 एम्बुलेंस सेवा की 50 प्रतिशत एम्बुलेंस कोविड मरीजों के लिए और शेष 50 प्रतिशत नाॅन-कोविड मरीेजों के लिए उपयोग में लाई जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि एम्बुलेंस कर्मियों को वेतन, मास्क, ग्लव्स आदि की समस्या नहीं होनी चाहिए।

कोरोना मरीजों के लिए पीजीआई व केजीएमयू में बनेंगे प्राइवेट वार्ड

मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ स्थित केजीएमयू और एसजीपीजीआई में कोविड मरीजों के लिए कुछ प्राइवेट कक्षों की भी व्यवस्था करें। इस बात का भी खास ध्यान रखा जाए कि दोनों चिकित्सा संस्थानों में उपचार के लिए कंफर्म कोविड रोगियों को ही भेजा जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीजीआई तथा डाॅ. राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में भर्ती कोविड रोगियों में से जिन्हें डायलिसिस की आवश्यकता हो, उन्हें यह सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर हाल में 15 अगस्त तक गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल काॅलेज कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार हो जाना चाहिए

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