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डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला पर्यावरण समिति की बैठक

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बहराइच: वित्तीय वर्ष 2023-24 अन्तर्गत वृक्षारोपण जन आन्दोलन-2023 को सफल बनाये जाने के उद्देश्य से बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने लक्षित विभागों को निर्देश दिया कि आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष 15 अगस्त को पौधरोपण कराएं जाने हेतु गडढों की खुदाई, पौधों की उपलब्धता, उठान तथा सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु रोपित गये पौधों की सुरक्षा को सुनिश्चित कराने के व्यापक प्रबन्ध किये जाएं। डीएम ने अधिकारियों को सुझाव दिया कि 15 अगस्त के लिए निर्धारित लक्ष्य 12 लाख 64 हज़ार 38 पौधों तक ही सीमित न रहें, विभागीय परिसम्पत्तियों में यदि पर्याप्त स्थान उपलब्ध है और वह स्थान पौधरोपण के लिए उपयुक्त है तो लक्ष्य से अधिक पौधे भी रोपित कराने का प्रयास करें।
डीएम ने कहा कि मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व एवं प्रयास से उत्तर प्रदेश में वन महोत्सव अब जन आन्दोलन का स्वरूप ले चुका हैं। इसलिए सभी अधिकारी आमजन व विभाग अन्तर्गत संचालित योजनाओं के लाभार्थियों को भी पौधरोपण के लिए प्रेरित कर पौधरोपण अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें। डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि पौधरोपण का जिओ टैग फोटोग्राफ भी उपलब्ध कराया जाय तथा सभी विभाग पौधरोपण का विवरण प्रभागीय वनाधिकारी को अवश्य उपलब्ध कराये।

गंगा व सहायक नदियों में पर्यावरणीय प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण एवं उपशमन और जल के सतत पर्याप्त प्रवाह सुनिश्चित करने के उपाय करने के उद्देश्य से गठित जिला स्तरीय गंगा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने कहा कि गंगा नदी के भौगोलिक, ऐतिहासिक, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं आर्थिक कारणों के अद्वितीय महत्व को देखते हुए इसे राष्ट्रीय नदी का दर्जा प्राप्त है। गंगा व सहायक नदियों का पुनद्धार करके इसे प्राकृतिक एवं मूल स्थिति में लाये जाने के लिए जिला गंगा समिति का गठन किया गया है।
डीएम ने सिचाई विभाग को निर्देश दिया कि सम्बन्धित सचिव, लेखपाल एवं ब्लाक के अवर अभियन्ता की टीम के साथ निरन्तर सर्वे कर सरयू व टेढ़ी नदियों के पुनरोद्धार के लिए कार्य योजना तैयार करें। बैठक के दौरान डीएम ने मरीमाता मन्दिर के निकट सरयू नदी की साफ-सफाई, नदी में नगर पालिका के गिरने वाले 7 नालों पर ट्रीटमेण्ट प्लाण्ट, नदियों में प्लास्टिक के बहाव को रोकने, जैविक खाद के प्रयोग को बढ़ावा देने तथा कटान प्रभावित क्षेत्रों में पौधरोपण विशेषकर बांस के पौधे रोपित कराएं जाने के निर्देश दिये। डीएम ने कहा कि नदियों को प्राकृतिक एवं मूल स्थिति में लाये जाने के लिए जन जागरूकता अत्यन्त महत्वपूर्ण है। यह कार्य जन सहयोग के बिना पूरा नहीं हो सकता है। डीएम ने निर्देश दिया कि विशेष आमंत्री के रूप में अधिकाधिक बाहरी लोगों को भी इस समिति से जोड़ा जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, डीएफओ बहराइच संजय शर्मा, सीएमओ डॉ एस.के. सिंह, डीसी मनरेगा के.डी. गोस्वामी, डीडी एग्री टी.पी. शाही, बीएसए अव्यक्तराम तिवारी, सीवीओ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, सीओ सिटी राजीव सिसोदिया, नोडल एसएनके दिनेश कुमार, खण्ड विकास अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

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