लखनऊ : देश के अलग-अलग राज्यों से श्रमिकों का उत्तर प्रदेश लाने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा राजधानी के चारबाग स्टेशन पर सुबह से देर शाम तक चार ट्रेने श्रमिकों को लेकर पहुची इनमें कई यात्री राजधानी के आसपास तहसील के थे जिन्हें आलमबाग बस अड्डे ले जाया गया और फिर उन्हें उनके गंतव्य जांच के बाद भेज दिया गया वहीं सफर के दौरान यात्रियों को खाने-पीने का भी पूरा ध्यान रखा गया लखनऊ पहुंची ट्रेन के यात्रियों की थर्मल स्केनिंग भी की गई
चारबाग स्टेशन पर रुकने वाली टेनों में बंगलुरू, नागपुर, पुणे और गुजरात के आनंद से आने वाली ट्रेनें रही। उधर यात्रियों ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विशेष रुचि लेने पर आभार भी जताया गया। नागपुर व पुणे से आने वाली टेनों के यात्रियों ने बताया कि महाराष्ट कांग्रेस कमेटी द्वारा रेलवे टिकट का पैसा जमा किया गया था, उनसे किराया नहीं लिया गया।
श्रमिकों के लिए चारबाग स्टेशन पर रेलवे द्वारा जहां सारी व्यवस्थाएं की गई थी, वहीं परिवहन विभाग द्वारा चारबाग स्टेशन के बाहर करीब 192 बसे लगाकर अलग-अलग जिलों के लिए भेजा। चारबाग स्टेशन पर रेलवे ने टेन संख्या 06549 बंगलुरु से लखनऊ, 09575 आंनद से लखनऊ, 01943 नागपुर से लखनऊ, 01944 पुणे से लखनऊ की ट्रेनें रुकी। इन सभी ट्रेनों में यात्रियों की संख्या करीब पौने पांच हजार थी। बता दे कि रेलवे प्रशासन ने कोरोना वायरस के चलते सभी कोचों में शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन करवाया। इसी के कारण टेनों में यात्रियों की संख्या बहुत कम रही। सामान्य दिनों में यात्रियों की संख्या एक बीस कोच वाली टेन में ढाई हजार तक होती है। क्योंकि एक जनरल कोच में ढाई से तीन सौ यात्री सफर करते थे।
उधर पांच ट्रेनें यूपी के अन्य जिलों को भेज दी गई, इनमें भी प्रवासी यात्री सफर कर रहे थे। वहीं शहर कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने बताया कि नागपुर व पुणे से आने वाली टेनों के यात्रियों का किराया महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी द्वारा देने का दावा किया है।