राजस्थान : के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्षी भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों को खरीदने की कोशिश का आरोप लगाया। गहलोत ने कहा कि जैसे बाजार में बकरे की कीमत लगती है उसी तरह विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई। लेकिन सरकार को गिराने की साजिश को कांग्रेस पार्टी ने नाकाम कर दिया। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में खरीद-फरोख्त का रिवाज नहीं था लेकिन बीजेपी नेताओं की तरफ से सरकार को अस्थिर करने और पाला बदलने के लिए 10 से 15 करोड़ रुपये का ऑफर किया जा रहा है।
यह आरोप उस दिन लगाया गया है जब गहलोत के समर्थन करने वाले हर एक विधायक को 20-25 करोड़ रुपये का लालच देकर सरकार को अस्थिर करने के आरोप में बीजेपी के दो नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। एफआईआर शुक्रवार को दर्ज की गई थी और मोबाइल फोन पर बातचीत के आधार पर गिरफ्तार बीजेपी नेताओं ने कहा कि 19 जून को हुए राज्य सभा चुनाव से पहले सरकार को गिराने का प्रयास किया गया था।
सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के आरोपों के बीच कई मंत्रियों व विधायकों ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। सिविल लांइस स्थित मुख्यमंत्री निवास में गहलोत से मुलाकात करने वालों में सरकार के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, चिकित्सा राज्यमंत्री सुभाष गर्ग व श्रम मंत्री टीकाराम जूली शामिल हैं।
इसके अलावा बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए कई विधायक व कांग्रेस का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक भी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। खाचरियावास ने संवाददाताओं से बातचीत में सरकार का ऐसा मुखिया बताया जो ”सोता नहीं है और जागते रहते हुए चुनौतियों का सामना करता और उन्हें खत्म करने का माद्दा रखता है।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने एक ट्वीट कर कहा,”हमने देखा कि मध्य प्रदेश, गुजरात व कर्नाटक की सरकारों को हटाने के लिए भाजपा के षड्यंत्रों को देखा है। राजस्थान में कांग्रेस व उसके समर्थक विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है ताकि लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकार को अस्थिर किया जा सके।”
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने शनिवार को कहा कि भाजपा नेता राज्य में उनकी निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी और पांच साल चलेगी। वहीं भाजपा नेताओं ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि गहलोत अपनी विफलता व कांग्रेस की अंदरुनी खींचतान को छुपाने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं।