सोनभद्र : बहुप्रतीक्षित कनहर सिंचाई परियोजना की समयावधि लगातार बार-बार आगे बढ़ाने पर आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने इसके लिए योगी सरकार के लचर रवैया को जिम्मेदार ठहराया है। आइपीएफ जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका ने कहा कि प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए बार-बार समयावधि बढ़ाने से भी बजट में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोत्तरी हुई है।प्रदेश की महत्वाकांक्षी और दुद्धी क्षेत्र के किसानों के लिए बेहद जरूरी इस परियोजना को लेकर उपेक्षा की स्थिति यह है कि नाबार्ड द्वारा आवंटित पूरी धनराशि खर्च हो गई लेकिन अभी तक पीएमकेएसवाई से वित्त आवंटन अधर में है, इसके लिए जरूरी कदम समय से नहीं उठाए गए जिससे परियोजना निर्माण में अनावश्यक रूप से और देरी हो सकती है। शासन प्रशासन का और सिंचाई विभाग की गैरजिम्मेदाराना रवैया इस हद तक है कि समझौते के अनुरूप विस्थापितों के सभी लंबित सवालों को भी अभी तक हल नहीं किया गया है।
यहां तक कि मुआवजा देने की संशोधित सूची पर अभी तक प्रशासन ने किसी तरह का निर्णय नहीं लिया है। कहा कि अगर परियोजना निर्माण और विस्थापितों के सवालों को हल करने को लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर मानीटरिंग की जाती तो परियोजना निर्माण में हो रही अनावश्यक देरी से बचा जा सकता था जिससे न सिर्फ परियोजना लागत में बढ़ोत्तरी न होती बल्कि किसानों को इस परियोजना से लाभ मिलने लगता। इस परियोजना पर अब तक 22 शो करोड रुपए खर्च हो चुके हैं लेकिन परियोजना का कार्य अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के द्वारा परियोजना की लागत में लगातार वृद्धि की जा रही है उसके बाद भी परियोजना निर्माण कार्य समय से पूरा नहीं हो पा रहा है जिससे सिंचाई विभाग संदेह के घेरे में है।