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गोपाष्टमी पर्व के मौके पर गौवंसियो की हुई पूजा

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उन्नाव  :  गोपाष्टमी पर्व के अवसर पर रुक्मणी विष्ट अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मोहान के द्वारा गायो की पूजा कर उनके पालन पोषण के लिए लोगो को जागरूक किया गया,आप को बता दें कि ये कार्यक्रम मुख्य विकास अधिकारी उन्नाव के आदेशानुपालन मे रुकमणी बिष्ट अधिशाषी अधिकारी मोहान ने हयात रसूल अध्यक्ष नगर पंचायत मोहान व नगर के अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में नगर में निर्मित अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल में साफ सफाई करवाते हुए वासित गौवंशों की पूजा की गौवंशों को हरा चारा गुड़ इत्यादि खिलाया तथा अधिशाषी अधिकारी द्वारा उपस्थित व्यक्तियों व नगरवासियों को निराश्रित गौवंशों को संरक्षित व उनका भरण पोषण करने हेतु जागरुक करने के साथ एक निराश्रित गौवंश को और अस्थाई गौशाला में रखवाया ताकि उसका भी पालन पोषण ठीक से हो सके नगर के सभी लोगो से गौवंसियो के पालन पोषण करने की भी अपील की ताकि इन गौवंसियो का तो पालन होगा ही साथ ही छेत्रिय किसानों की फसलों की भी हानि नही होगी।

 

 

हिन्दू धर्म मे गोपाष्टमी का विशेष महत्व है गोपाष्टमी के दिन गौ माता,बछड़ों और दूध वाले ग्वालों की आराधना की जाती है इस दिन श्रद्धा पूर्वक पूजा पाठ करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है,इस वर्ष का शुभ मुहूर्त गोपाष्टमी तिथि 21 नवंबर दिन शनिवार की रात 9 बजकर 48 मिनट से लग गई थी लेकिन उदया तिथि 22 नवंबर होने के कारण गोपाष्टमी 22 नवंबर यानि आज मनाई जा रही है।गोपाष्टमी तिथि का समापन 22 नवंबर दिन रविवार की रात 10 बजकर 51 मिनट पर होगा।

 

 

गोपाष्टमी के दिन यानी कि कार्तिक शुक्ल अष्टमी के दिन गौ माता को साफ पानी से स्नान करवाया जाता है इसके बाद रोली और चंदन से गौ माता का तिलक कर उन्हें प्रणाम करते है इसके बाद उनको पुष्प,अक्षत,धूप अर्पित करते है इसके बाद ग्वालों को दान दक्षिणा देकर उनका आदर सम्मान किया जाता है,इसके बाद पूजा के लिए प्रसाद को गौ माता को अर्पित कर गौ माता की परिक्रमा कर और उन्हें कुछ दूर तक साथ लेकर टहलाया जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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