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रात के 12 बजते ही फिजां में गूंज उठेगा हैप्पी न्यू इयर 2023

युवाओं ने धूमधाम से दी पुराने साल को विदाई, किया नए साल का वेलकम

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नए साल की पूर्व संध्या पर शहर में आयोजित हुए कार्यक्रम

बांदा। बीते दो सालों में कोरोना महामारी की त्रासदी के बीच जहां नए साल का जश्न फीका फीका रहा है, वहीं 2023 का स्वागत करने के लिए युवाशक्ति खासा उत्साहित रही। हालांकि नए साल के वेलकम पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है, लेकिन युवाओं ने शनिवार की होटलों और रेस्टोरेंटों में पार्टी करके पुराने साल की विदाई और नए साल का धूमधाम से स्वागत किया। होटल रेस्टोरेंट संचालकों ने भी युवाओं की पसंद के हिसाब से विशेष सजावट और लजीज व्यंजनों का इंतजाम किया।
शनिवार को वर्ष 2022 के आखिरी दिन बच्चे, बूढ़े और जवान नए साल 2023 की अगवानी के लिए पूरे जोश में दिखाई दिए। शहर के बाजार युवक, युवतियों की भीड़ से गुलजार रहे। गिफ्ट सेंटरों और उपहार केंद्रों में युवक, युवतियों का खासा हुजूम उमड़ा रहा। गिफ्ट कार्नरों के संचालक भी युवाओं की पसंद के हिसाब से उपहार और कार्ड सजाकर तैयार हैं और युवाओं को लुभाने का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहते। युवाओें ने एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाओं दीं। नए साल की अगुवानी के लिए घड़ी में रात के 12 बजते ही लोगों ने घरों और रेस्टोरेंटों में केक काटकर जश्न मनाया और डीजे की धुन पर खूब थिरके। हालांकि बीते दो साल नए साल का जश्न कोरोना के ब्रेक के बीच फीके रहे, लेकिन इस साल लोग खुलकर नए साल का जश्न मनाते दिखे। नए साल के स्वागत के लिए युवाओं के उत्साह को देखते हुए होटल, रेस्टोरेंट संचालकों ने खास तैयारियां की हैं। पुराने साल की विदाई और नए साल की अगुवानी के लिए लोगों ने मोबाइल व इंटरनेट के लिए एक दूसरे को बधाईयां दी। तमाम लोगों ने अपने परिजनों और रिश्तेदारों के साथ फार्म हाउस आदि में भी नए साल के वेलकम का इंतजाम किया।
इनसेट
नए साल के जश्न पर पुलिस की नजर
नए साल के जश्न और शराब के पुराने नाते को देखते हुए पुलिस ने भी अपनी ओर से खास इंतजाम किए हैं। शहर कोतवाल श्यामबाबू शुक्ला का कहना है कि शहर में कहीं भी नए साल के नाम पर हुड़दंग नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने शहर के प्रमुख चैराहों और सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया है। कहा है कि नए साल के जश्न के नाम पर शराब पीकर गुंडई और अराजकता नहीं फैलाने दी जाएगी। अराजकतत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शनिवार की रात पुलिस ने प्रमुख चैराहों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया।
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मोबाइल युग में ढ़ीली पड़ी कार्ड की पकड़
एक जमाना था जब नए साल की शुभकामनाएं ग्रीटिंग कार्डस के जरिए दी जाती थी, लेकिन अब मोबाइल युग में शुभकामनाओं के आदान प्रदान में कार्ड की पकड़ ढ़ीली पड़ गई है। उपहार केंद्र चलाने वाले संदीप पुरवार का कहना है कि अब इक्का दुक्का लोग ही ग्रीटिंग कार्ड खरीदते हैं। हालांकि लोगों की मांग को देखते उन्हें ग्रीटिंग कार्ड सजाने पड़ते हैं, लेकिन हर बार उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। अब लोग रात के 12 बजते ही मोबाइल और इंटरनेट के जरिए शुभकामनाएं देने लगते हैं। हालांकि लोग अब शुभकामनाओं के साथ बुके देकर अपनेपन का एहसास जरूर कराते है।

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