जालौन: मुकद्दस माहे रमजानुल मुबारक में नमाजे तराबीह मुकम्मल होने का सिलसला शुरू हो गया है। इसी के तहत ग्यारह रोजा तराबीह का एहतमाम रविवार की शाम आजाद नगर स्थित गुड्डू भाई के आवास पर किया गया। जिसमें 15 साल की छोटी सी उम्र में हाफिज शोएबुर्रहमान पुत्र नजीबुर्रहमान अमीन ने बहतरीन अंदाज में कुरआन पाक सुनाकर मुकम्मल किया।
इस मौके पर हाफिज मौलाना सगीर अहमद ने बयान करते हुए कहा कुरआन पाक एक ऐसी वाहिद किताब है जो सारे इंसानों की भलाई के लिए नाजिल की गई है। कुरआन पाक का सीखना हर मुसलमान मर्द और औरत के लिए जरूरी ही नहीं बल्कि फर्ज है इसलिये हमें चाहिए कुरआन पाक सीखें और पढ़कर अमल करें। जिस घर मे रोज अल्लाह के कलाम का जिक्र होता है वहाँ पर बरकत ही बरकत होती है। हर व्यक्ति तमाम बीमारियों और परेशानियों से महफूज रहता है। वहीं आखिर में अपने गुनाहों से तौबा और मुल्क में अमन व खुशहाली की दुआ मांगी गई जिसके उपरांत तबर्रुक बांटा गया। इस मौके पर मुफ़्ती मुन्जिर, हाफिज मुजीबुर्रहमान, नजीबुर्रहमान, एनुल आरफीन एड, अशफाक ग़ौरी, शहीम अहमद, अम्मू ठेकेदार, वसीम सिद्दीकी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।