बाराबंकी : जैदपुर स्थित वसीनगर कब्रिस्तान का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। कस्बा वासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। जबकि सुलहनामा में कब्जेदार ने इकरार किया था कि मैं कब्रिस्तान से कब्जा हटा दूंगा। लेकिन इसके बावजूद कब्जेदार ने कब्जा नही हटाया तो ग्रामीणों ने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की। लेकिन पुलिस भी कब्जा को नही हटा सकी। बताते चलें कि कब्रिस्तान के जमीन पर कई वर्षों से पन्नी डालकर रह रहे तकियेदार फिरोज की पत्नी अफसाना बानो ने कब्रिस्तान के मेन गेट के बगल में पक्का अवैध निर्माण करने लगे। जब इसकी जानकारी ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि मुख्तार अहमद शाह को हुई तो उन्होने अफसाना के पति फिरोज को बुलाकर समझाने बुझाने की कोशिश की और कहा कि अगर तुम्हारे पास रहने के लिये जमीन नही है तो मैं 600 स्क्वायर फिट और 50 हजार रुपये दे दूंगा।
इस पर फिरोज मान गया और 10-12 लोगों बीच में एक सुलह हो गया। जिसमें कब्जेदार फिरोज को जमीन व पैसे देने की बात कही गयी और फिरोज ने कब्रिस्तान की जमीन खाली करने के लिये चार दिन का समय मांगा। समय बीत जाने के बाद जब उन्होने जमीन नही खाली की तो मुख्तार शाह ने फिरोज की पत्नी अफसाना को फोन कर उसको समझाने की कोशिश की। दोनो तरफ से बातचीत हुई लेकिन मसला नही हल हुआ। उसके बाद अफसाना ने मोबाइल पर बातचीत की आडियो वायरल कर दी। पूर्व चेयरमैन रियाज अहमद का कहना है कि कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा है। जिसको हटाना बहुत जरुरी है कब्रिस्तान की जमीन पर बतौर तकियेदार को पन्नी डालकर रहने की इजाजत दी थी। उन्होने यह भी कहा कि उक्त कब्रिस्तान सबकी है और इसमें कस्बे के लोगों का जनाजा दफनाया जाता है। कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर बर्दाश्त नही किया जायेगा।