पुलिस अफसरों ने ग्रामीणों के साथ बैठक, समस्याएं सुनकर किया निपटारा
लखनऊ : पिछले तीन दसक तक विकास दुबे के आतंक और हाल के 8 दिन तक पुलिसिया भय ने बिकरू गांव वालों की जिंदगी दुश्वार हो गयी थी। लेकिन बीते शुक्रवार की सुबह का सूरज बिकरू वालों के जीवन में नई उम्मीद और खुशी लेकर निकला। पुलिस ने विकास दुबे को मारकर ग्रामीणों को उसके आतंक से तो मुक्त किया ही, साथ ही 2 जुलाई के बाद से ग्रामीणों पर सख्ती बरती रही पुलिस ने अपने व्यवहार और रवैए में भी बदलाव किया है
शनिवार को सीओ त्रिपुरी पांडेय की अध्यक्षता में चौबेपुर पुलिस ने ग्रामीणों के साथ बैठक की। उनकी समस्याएं सुनी और कुछ मामलों का मौके पर निपटारा भी कराया।
पुलिस ने ग्रामीणों में विश्वास पैदा कर विकास दुबे के आतंक और डर से मुक्त करने का प्रयास किया। साथ ही जिन ग्रामीणों की जमीन, घर पर विकास दुबे ने कब्जा कर रखा था, उन्हें वापस दिलाने का भी भरोसा दिलाया।
अफसरों की यह पहल ग्रामीणों में पुलिस के प्रति विश्वास बहाली के लिए भी महत्वपूर्ण है। फिलहाल गांव में पुलिस के साथ आरएएफ को भी तैनात किया गया है। ताकि गांव में स्थिति सामान्य रहे और कोई नया हंगामा न हो।