रमवापुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को जिले मे मिला पहला स्थान , कायाकल्प अवार्ड के तहत मिलेगी दो लाख की धनराशि
बहराइच। सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था बेहतर करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की ओर से कायाकल्प अवार्ड योजना चलायी जा रही है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जनपद के सात स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प अवार्ड के लिए चुना गया है जिसमें रमवापुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को जिले में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कुमार सिंह ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को इस प्रयास के लिए बधाई दी।कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता के साथ बुनियादी ढांचे का विकास शुद्ध पेय जल जैविक कचरे के निस्तारण सहित 120 मानको के अनुरूप मूल्यांकन कर कायाकल्प अवार्ड दिया जाता है। क्वालिटी एश्योरेंस सेल के जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ शैलेंद्र तिवारी ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड के लिए चयनित स्वास्थ्य इकाइयों का बाहर की टीम ने मूल्यांकन किया था। जिसके अनुसार ब्लाक हुजूरपुर के रमवापुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर दो लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी । साथ ही जौहरा , महसी ,जरवल रोड , तेंदुआ कबीर मटेरा व खैरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पचास पचास हजार रुपए का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा । उन्होने बताया पुरस्कार में मिली 75 फीसदी राशि का इस्तेमाल स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए व शेष पच्चीस फीसदी राशि स्टाफ को प्रोत्साहन स्वरूप दी जाएगी।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक सरजू खान ने बताया कि भारत सरकार की कायाकल्प अवार्ड गाइड लाइन 2021 के अनुसार जनपद में प्रथम श्रेणी प्राप्त स्वास्थ्य इकाई को गत वर्ष से 5 फीसदी अधिक अंक प्राप्त करने पर ही प्रथम श्रेणी का पुरस्कार प्राप्त होगा अन्यथा की स्थिति में 70 फीसदी से अधिक अंक होने पर सांत्वना पुरस्कार की राशि पचास हजार ही दी जाएगी। इसी प्रावधान के तहत रमवापुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 82.75 अंक प्राप्त होने पर प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया जबकि जौहरा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर 83.4 अंक पाने के बावजूद भी सांत्वना पुरस्कार तक ही सीमित रहा।
ऐसे मिलता है अवार्ड
जिला स्वास्थ्य शिक्षा, शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड अस्पताल की आधारिक संरचना एवं वहाँ दी जाने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता के आधार पर दिया जाता है । आधारिक संरचना के अंतर्गत पेय जल की उपलब्धता एवं इसकी गुणवत्ता, जैविक कचरा निस्तारण, औषधीय उद्यान, सीसी टीवी कैमरा, ओपीडी में टीवी की व्यवस्था इत्यादि शामिल हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं में नवजात देखभाल की व्यवस्था, प्रसव पूर्व जाँच की व्यवस्था, स्वास्थ्य कर्मियों का व्यवहार, अभिलेखों का रखरखाव, परामर्श इत्यादि को प्रमुखता दी जाती है ।