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चर्चित बिकरू कांड में आरोपी खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत

सप्ताह में या एक निर्धारित तिथि पर संबंधित थाने में देनी होगी अपनी हाजिरी

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कानपुर। कानपुर के चर्चित बिकरू कांड में आरोपी नाबालिग खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि घटना के वक्त वो 17 साल की थी। ट्रायल शुरू हो चुका है। लिहाजा हिरासत में रखने का औचित्य नहीं है। ट्रायल कोर्ट जमानत की शर्त तय करेगा। दरअसल इस मामले में यूपी सरकार ने जमानत अर्जी का विरोध किया था और कहा था कि जमानत मिलने पर वो गैंग का पुनर्गठन कर सकती है।
बिकरू कांड में आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट से सशर्त जमानत दी गई है। खुशी के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने बताया कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने खुशी की सशर्त जमानत मंजूर कर ली है।इस दौरान सरकार की ओर से खुशी दुबे को बालिग करार देने की कोशिश की गई लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनका यह तर्क नहीं माना। शिवाकांत दीक्षित के मुताबिक खुशी दुबे के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं है जल्दी उन्हें जमानत पर छोड़ दिया जाएगा। जिसके तहत उसे सप्ताह में या एक निर्धारित तिथि पर संबंधित थाने में अपनी हाजिरी देनी होगी। अन्य शर्तों को निर्धारित का आदेश ट्रायल कोर्ट को दिया गया है। बता दें कि खुशी दुबे मौजूदा समय में माती जेल में बंद चल रही है।
सपा प्रमुख ने भाजपा पर साधा निशाना
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खुशी दुबे की जमानत प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह फैसला भाजपा के अन्याय और नारी उत्पीड़न के दुष्प्रयासों की करारी हार है। भाजपा याद रखे अंततः जीत न्याय की ही होती है; अहंकार की नहीं।
यह था मामला
चौबेपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस पर विकास दुबे ने गोलियों से भूनकर सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी की हत्या कर दी थी। इसमें विकास दुबे का भतीजा अमर दुबे भी आरोपी था। इधर, पुलिस ने उज्जैन के महाकालेश्वर से वापसी लाने के दौरान मुठभेड़ में गोली लगने से विकास दुबे की मौत हो गई थी। साथ ही अमर दुबे की भी पुलिस से मुठभेड़ में मौत हो गई।
तीन दिन पहले हुई थी शादी
बिकरू कांड के तीन दिन पहले खुशी की विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे से शादी हुई थी। पुलिस ने खुशी दुबे को भी आरोपी बनाया था। आरोप था कि जब अमर दुबे अपनी छत पर पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियां दाग रहा था तब खुशी उसे कारतूस उठाकर दे रही थी। पुलिस पर हमले का खुशी को आरोपी बनाकर जेल भेजा गया था।

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