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अयोध्या पहुंचे युवक ने आत्महत्या करने का प्रयास किया।

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आगरा : बच्चे और पत्नी की मौत के सदमे में आगरा से अयोध्या पहुंचे युवक ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर है। बताया जाता है कि युवक को आगरा में अयोध्या में हुए हादसे की जानकारी मिली थी। जिला अस्पताल में पहुंचकर सदमे में सचिन ने सेनिटाइजर पीकर जान देने की कोशिश की। युवक का नाम सचिन बताया जा रहा है। उधर, सातवें शव प्रियांशी की परिजनों ने शिनाख्त कर ली है। एनडीआरएफ ने घटनास्थल से लगभग दो किलोमीटर दूर बाटी चोखा बाबा आश्रम के पास से बरामद किया। दो की अभी भी तलाश जारी है। एसडीआरएफ व एनडीआरएफ रेस्क्यू कर रही है।  गौरतलब है कि शुक्रवार को अयोध्या में गुप्तारघाट पर सरयू में स्नान करते समय आगरा के 15 सदस्यीय परिवार डूब गए थे। सबसे पहले जूली (29) तेज धारा में बही, उसे बचाने में मची अफरातफरी से एक-एक करके दो मासूमों समेत 12 लोग नदी की प्रचंड धारा में समाने लगे। चीख-पुकार के बाद शुरू हुए सेना,एनडीआरएफ और पुलिस-पीएसी के रेस्क्यू अभियान दो लोगों तो जिंदा बचाया गया, जबकि छह साल की धैर्या लहरों के थपेड़ों के बीच तैरकर किनारे लगी। बाकी सात शव निकाले गए हैं, तीन की तलाश हो रही है।

सिकंदरा थानाक्षेत्र के शास्त्रीपुरम निवासी अशोक पुत्र नेमीचंद अपनी शादी-शुदा तीन बेटियों, पांच बच्चों व एक दामाद के साथ शुक्रवार सुबह अयोध्या आए थे। दर्शन-पूजन के बाद रामनगरी के नया घाट से एक स्टीमर पांच हजार रुपये में बुक कर करीब 12 किलोमीटर दूर गुप्तारघाट आए। यहां से टहलते हुए करीब दो सौ मीटर दूर सुनसान इलाके के कच्चा घाट पर पहुंच गए। यहां पहले चार महिलाएं हाथ-पैर धोने नदी में गईं, देखते ही देखते बच्चे व पुरुष सदस्य भी पानी में आ गए। इसी दौरान जूली का पैर फिसला और उफनाई सरयू की तेज धारा में बहने लगी। बचाने में चार महिलाएं भी धारा में समाने लगीं। अफरातफरी में मासूम धैर्या (6) समेत एक-एक कर 12 लोग नदी की धारा में बह गए।

अशोक, उनका दामाद सतीश (40) व नमन (12) बाहर निकले और शोर मचाना शुरू किया। वह लोग दौड़कर गुप्तारघाट पहुंचे और मदद मांगी। तत्काल नाविक व गोताखोर मौके पर पहुंचे और पुलिस व प्रशासन को खबर दी। सूचना पर आईजी डॉ. संजीव गुप्त, डीएम अनुज झा, एसएसपी शैलेश पांडेय, एसपी सिटी विजयपाल सिंह समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और हादसे की जानकारी ली। एसएसपी ने स्वयं स्टीमर पर सवार होकर लापता लोगों की तलाश की। तत्काल रेस्क्यू टीम ने आरती पत्नी सतीश (35) और गौरी पुत्री अशोक (28) को नदी से जिंदा निकाल लिया। मासूम धैर्या जमथरा कच्चाघाट पर लहरों के थपेड़ों के बीच बचकर किनारे आ  गई। कुछ देर बाद आठ किमी. दूर बाटी बाबा के आश्रम के पास नदी से अशोक के दो पुत्र ललित (40) व पंकज (25) समेत दामाद देवेंद्र की पुत्री श्रुति (20) का शव मिला। बाद में अशोक की पत्नी राजकुमारी (61), दामिनी (35) व उसकी पुत्री दृष्टि (4) व एक अन्य का शव भी मिल गया। शेष दो लोगों की तलाश हो रही है, इनमें से किसी के भी बचने की उम्मीद नहीं है।

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