आगरा : मंडल के सांसद, विधायकों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बनाने पर सहमति दी। लेकिन, तीन साल से उनके स्मारक के लिए न तो काम हुआ और न ही उनके नाम पर बनाये जा रहे शिवाजी म्यूजियम को ही पैसा जारी किया गया। तीन साल पहले योगी सरकार ने ताजमहल पूर्वी गेट पर शिल्पग्राम के आगे बनाए जा रहे मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर शिवाजी म्यूजियम कर दिया था। लेकिन, इसे पूरा करने के लिए जरूरी 90 करोड़ रुपये जारी नहीं किए। तीन साल से म्यूजियम में एक ईंट भी नहीं लगी। वहीं कोठी मीना बाजार मैदान पर प्रस्तावित शिवाजी महाराज के स्मारक का काम भी सर्वे से आगे नहीं बढ़ा।