शिया, सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों व चेयरमैन का कार्यकाल खत्म
लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड और सुन्नी वक्फ बोर्ड का 5 साल का कार्यकाल खत्म होने पर योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रज़ा ने जल्द ही नये बोर्ड के गठन और वक्फ बोर्ड में ईमानदार चेयरमैन चुनकर भेजने की बात कही है। मंत्री ने कहा कि सपा सरकार में गठन हुए बोर्ड के सदस्यों और चेयरमैन की भ्रष्टाचार से जुड़ी हज़ारों शिकायतें उनको मिलती रही जिसपर उनकी सरकार अब कार्रवाई भी करेगी।
अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने बुधवार को मीडिया में अपना बयान जारी करते हुए कहा कि शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान गठित हुए थे और दोनों ही बोर्डों में बहुत अनियमितताएं पाई गई हैं। कानून को दरकिनार करते हुए वक्फ बोर्डों ने मनमाने तरीके से मुतावल्लियों को नियुक्त किया और मनमाने तरीके से कई फैसले भी लिए गए जिनकी जाँचे कराई जाएगी।
ईमानदार और अच्छे चेयरमैन चुनकर भेजेगी योगी सरकार
मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि उनके पास कई शिकायतें ऐसी आई हैं जिसमें वक्फ बोर्ड ने पैसे लेकर प्रॉपर्टीज को ट्रांसफर किया है और वक्फ की दुकानों को बेचा गया है। उन्होंने कहा कि लॉक डाऊन के चलते अभी चुनावी प्रक्रिया नहीं होगी और दोनों ही वक्फ बोर्ड सरकार के अधीन काम करेंगे। जिन्हें फिलहाल सरकार चलायेगी। मंत्री मोहसिन रजा ने आश्वासन देते हुए कहा कि हम प्रदेशवासियों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि योगी सरकार बेहद ईमानदार, पारदर्शी और अच्छे चेयरमैन चुनकर वक्फ बोर्ड में भेजेगी।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 18 मई को समाप्त हुआ है। वहीं यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हुआ था जिसके बाद चुनावी प्रक्रिया के बाद नए बोर्ड का गठन होना था लेकिन कोरोनावायरस के चलते देश में लॉक डाउन जारी है जिसकी वजह से वक्फ बोर्ड की चुनाव प्रक्रिया भी टल गई है