लखनऊ: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मंगलवार रिपोर्ट आने के बाद उन्हें पीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका इलाज शुरू हो गया है। तबीयत खराब होने के बाद सोमवार को रामगोविंद चौधरी मेदांता में भर्ती हुए थे। लेकिन अब रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें पीजीआई शिफ्ट किया गया। राम गोविंद चौधरी की सोमवार को अचानक कमजोरी लगने के साथ ही बुखार और सांस लेने में तकलीफ के चलते परिजनों और सपाइयों ने शहीद पथ स्थित मेदान्ता अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू करने के साथ ही खून और कोरोना की जांच करायी थी। मंगलवार सुबह रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मेदान्ता के डॉक्टरों ने इन्हें पीजीआई या अन्य किसी कोविड अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी थी।
रामगोविंद चौधरी की गिनती सपा के बड़े नेताओं में होती है। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू हो गई है। उन्हें क्वारनटीन किया जा सकता है। इससे पहले सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे और विधायक शैलेंद्र यादव ललई कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। बुखार होने पर लखनऊ में उन्होंने 15 जून को अपनी जांच कराई थी। जिसकी रिपोर्ट 16 जून को आई। दोपहर में उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर यह जानकारी पोस्ट की। वहीं पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उन्हें भी 12 जून की रात में बुखार आने के बाद कोरोना टेस्ट कराया था। इसके बाद 14 जून को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इलाज के लिए उन्हें सैफई अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रामगोविंद चौधरी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। पहली बार वह 1977 में चिलकहर विधानसभा सीट से जीतकर आए थे। 2002 में जब वह समाजवादी जनता पार्टी से विधायक चुने गए तो उन्होंने मुलायम सिंह का दामन थामा और उनके साथ लंबे समय तक अपनी सियासी पारी को आगे बढ़ाया। बांसडीह से भी वह तीन बार विधायक रहे। वर्तमान समय में राम गोविंद चौधरी उत्तर प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।